टीम इंडिया के पूर्व महानतम खिलाड़ी युवराज सिंह की मुश्किलें बढ़ गईं हैं, क्योंकि हरियाणा पुलिस ने पिछले साल दलित समाज के लिए की गई अभद्र और अपमानजनक टिप्पणी के मामले में भारतीय क्रिकेटर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

युवराज सिंह के खिलाफ रविवार को हिसार के हांसी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 153, 153A, 295, 505 के अलावा एससी / एसटी एक्ट की धारा 3 (1) (आर) और 3 (1) (एस) के तहत एफआईआर दर्ज की है।

युवराज ने कथित तौर पर पिछले साल जून में भारत के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के साथ एक इंस्टाग्राम लाइव के दौरान ‘जातिवादी टिप्पणी’ की थी। इस पर बहुत बवाल मच गया था, जिसके बाद विश्व कप विजेता पूर्व ऑलराउंडर ने माफ़ी मांगी थी।

युवराज सिंह ने सोशल मीडिया पर माफ़ी मांगते हुए पोस्ट में लिखा था, ”मैंने अनजाने में लोगों की भावनाओं को आहत किया। मुझे बहुत दुख हुआ। मैं साफ करना चाहता हूं कि मैं रंग, जाति, पंथ के आधार पर किसी तरह के भेदभाव में यकीन नहीं करता। मैंने लोगों की भलाई के लिए जिंदगी जी है और आगे भी ऐसे ही जीना चाहता हूं। मैं जीवन की गरिमा में विश्वास करता हूं और बिना किसी अपवाद के प्रत्येक व्यक्ति का सम्मान करता हूं।मैं अपने दोस्तों से बात कर रहा था और उस समय मेरी बात को गलत तरीके से लिया गया, जो अनुचित था। हालांकि एक जिम्मेदार भारतीय होने के नाते मैं कहना चाहता हूं कि अनजाने में अगर मेरी बातों से किसी को दुख पहुंचा है तो मुझे इसका खेद है।”

गौरतलब है कि युवराज ने भारत के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल के टिकटॉक वीडियो के बारे में बात करते हुए टिप्पणी की थी कि ये लोग क्या रहे हैं। (यूजी और कुलदीप) इस पर रोहित ने जवाब देते हुए कहा था कि यूजी को देखा क्या वीडियो डाला है अपनी फैमिली के साथ। मैंने उसको वही बोला कि अपने बाप को नचा रहा है, पागल तो नहीं है तू।

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