जब न्यूजीलैंड में वन डे इंटरनेशनल सीरीज में भारत की 3-0 की लीड के साथ विराट कोहली वापसी की फ्लाइट पकड़ने की तैयारी कर रहे थे तो उनसे सबसे ज्यादा यही सवाल पूछा गया कि उनके बिना टीम का क्या होगा? जवाब था – ‘जिस मिजाज में इस समय टीम खेल रही है उसमें मेरे टीम में होने या न होने से कोई फर्क नहीं पड़ता।’ बात तो ठीक थी पर हैमिल्टन के अगले ही वन डे में भारत की टीम बुरी तरह हारी। क्या हमेशा ही विराट कोहली के बिना खेलने पर ऐसा ही होता रहा है? यह एक बड़ी मजेदार चर्चा है।
विराट कोहली ने पहला वन डे इंटरनेशनल मैच 18 अगस्त 2008 को श्रीलंका के विरूद्ध दांबुला में खेला। तब से 31 जनवरी 2019 के हैमिल्टन वन डे तक भारत ने 269 वन डे मैच खेले – इनमें से 168 जीते, 85 हारे, 6 टाई जबकि 10 मैच बिना स्पष्ट नतीजे के रूके – इस तरह 62.45 प्रतिशत मैच जीते। ऐसा नहीं हुआ कि भारत की टीम तब से पहली बार हैमिल्टन में कोहली के बिना खेली। कोहली इनमें से 222 वन डे ही खेले। इन 222 मैच में से 135 जीते, 75 हारे, 5 टाई और 7 बिना स्पष्ट नतीजे के रूके – इस तरह कोहली के साथ 60.81 प्रतिशत मैच जीते। जो 47 मैच कोहली के बिना खेले उनमें से 33 जीते, 10 हारे, 1 टाई रहा और 3 बिना स्पष्ट नतीजे के रूके – इस तरह कोहली के बिना 70.21 प्रतिशत मैच जीते। यह रिकॉर्ड कोहली के प्रशंसकों को हैरान कर देगा।
कोहली कब कब नहीं खेले? क्या आप विश्वास करेंगे कि एक बार तो कोहली लगातार 21 मैच के लिए टीम से बाहर कर दिए गए थे –करियर के शुरू के दिनों में 30 अगस्त 2008 से 13 सितंबर 2009 तक यानि कि कुल 379 दिन। इसके बाद 18 जुलाई 2018 से 20 अक्टूबर 2018 के बीच 6 मैच के लिए। इनमें से 21 मैच वाला दौर छोड़ दें तो अन्य सभी अवसर पर कोहली टीम से खराब फॉर्म की वजह से नहीं, खराब फिटनैस या ज्यादा क्रिकेट की वजह से ‘आराम’ के लिए टीम से हटाए गए जैसा कि अब न्यूजीलैंड में हुआ। जो 47 मैच भारत ने कोहली के बिना खेले उनके साथ जुड़ी कुछ मजेदार बातें देखिए:
– इन 47 मैच में कप्तान रहें – महेंद्र सिंह धोनी (31), रोहित शर्मा (9), आजिंक्य रहाणे एवं सुरेश रैना (3) तथा वीरेंद्र सहवाग (1) इन सब में से रोहित शर्मा का रिकॉर्ड सबसे अच्छा है – 9 में से 7 मैच जीते यानि कि 77.78 प्रतिशत।
– विराट कोहली के बिना 2008-09 में क्रमशः इंग्लैंड, श्रीलंका और न्यूजीलैंड के विरूद्ध 5-5 वन डे की सीरीज खेले और तीनों में जीते। 2009 में वेस्टइंडीज के विरूद्ध 4 मैच तथा कोमपैक कप में 2 मैच खेले। इन दोनों में जीते। 2009-10 में ऑस्ट्रेलिया के विरूद्ध 4 मैच की सीरीज हारे, जबकि श्रीलंका के विरूद्ध एक मात्र मैच जीते। 2010 में श्रीलंका में ट्राईएंगुलर में जो दो मैच कोहली के बिना खेले उनमें जीते।
इसके बाद कोहली के बिना खेलने के दूसरा राउंड 2014 में शुरू हुआ – तब तक वे मशहूरी की सीढ़ी पकड़ चुके थे। उनके बिना 2014 में बांग्लादेश के विरूद्ध 3 मैच, 2015 और 2016 में जिंबाब्वे के विरूद्ध 3-3 मैच की दो सीरीज, 2017-18 में श्रीलंका के विरूद्ध 3 मैच की सीरीज तथा 2018 में 6 मैच वाला एशिया कप खेले। इस राउंड की हर सीरीज जीते और एशिया कप भी। कोमपैक कप और श्रीलंका ट्राई सीरीज में कोहली के बिना खेले मैच गिने हैं।
– कोहली के बिना खेले 47 वन डे में कोई खिलाड़ी ऐसा नहीं जो सभी में खेला हो। सबसे ज्यादा 39 मैच में धोनी, 28 मैच में युवराज, 27 मैच में सुरेश रैना, 24 मैच में हरभजन और रोहित शर्मा, 23 मैच में गौतम गंभीर और 21 मैच में सहवाग खेले। धोनी (1203) और युवराज (1083) टॉप स्कोरर हैं पर रोहित शर्मा और रायडू चूंकि अभी खेल रहे हैं इसलिए उनका रिकॉर्ड ध्यान देने वाला है – रोहित 24 मैच की 22 पारी में 50.57 औसत से 708 रन और रायुडू 15 मैच की 14 पारी में 57.63 औसत से 461 रन। धवन ने 9 मैच की 9 पारी में 65.38 औसत से 523 रन बनाए।
तो नतीजा ये है कि अकेले विराट कोहली ही ‘टीम इंडिया’ नहीं है। उनके बिना भी टीम अच्छा खेली है – हर मैच हैमिल्टन नहीं होता।