इंडियन प्रीमियर लीग के 12वें संस्करण की शुरुआत में आलोचनाओं का दौर देखने को मिल रहा है. इस दौरान पहले ‘मांकड़िंग’ और फिर नो बॉल जैसे विवाद सामने आए. क्रिकेट के कई दिग्गज भी अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं व्यक्त कर रहे हैं. वैसे रविचंद्रन अश्विन का जोस बटलर को ‘मांकड़िंग’ आउट करना आईपीएल 2019 का सबसे बड़ा विवाद माना जा रहा है. कई पूर्व खिलाड़ियों का मानना है कि अश्विन का रवैया क्रिकेट के नियमों के तहत सही है, तो कुछ इसे खेल भावना के विपरीत बता रहे हैं.
हाल ही में भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी बिशन सिंह बेदी ने कहा है कि आईपीएल और खेल भावना का कोई मेल नहीं है.
बेदी ने कहा, “खेलभावना निजी होती है. आप अपने खेल के ज़रिए किस तरह से खुद को याद करवाना और सम्मान पाना चाहते हैं, वो खेलभावना है. ना कि कोई लिखा हुआ नियम. आईपीएल और खेल भावना का कोई मेल नहीं है. मैं इस बात से पूरी तरह से सहमत हूं.”
उल्लेखनीय है कि आरसीबी बनाम एमआई मुकाबले की आखिरी गेंद पर आरसीबी को जीत के लिए 7 रन की दरकार थी. इस दौरान गेंदबाजी कर रहे मुंबई इंडियंस के तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा का पैर क्रीज से बाहर निकल गया, लेकिन अंपायर एस रवि ने इस पर ध्यान नहीं दिया. इसके बाद आरसीबी के कप्तान विराट कोहली इस पर भड़क गए और दूसरी तरफ एमआई के कप्तान रोहित शर्मा ने भी कहा कि अंपायर को इस पर ध्यान देना चाहिए था. इसके अलावा क्रिकेट के कई और दिग्गजों ने भी अंपायर को आड़े हाथों लिया.