इंग्लैंड ने 2019-20 सीजन के लिए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट घोषित की। टेस्ट के लिए 2018-19 सीजन और मौजूदा सीजन की लिस्ट में सबसे बड़ा अंतर ये है कि मोइन अली और आदिल रशीद का नाम टेस्ट कॉन्ट्रैक्ट की लिस्ट से गायब है।

2019 इंग्लिश सीजन में मोइन ने लॉर्ड्स में आयरलैंड के विरूद्ध और एशेज में ऑस्ट्रेलिया के विरूद्ध बर्मिघंम टेस्ट खेला। इसका मतलब है सीजन शुरू होने पर वे इंग्लैंड की टेस्ट स्कीम में थे। इन दोनों टेस्ट में साधारण प्रदर्शन (आयरलैंड के विरूद्ध दो पारी में 9 रन और 1 विकेट तथा ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध दो पारी में 4 रन और 172 रन देकर 3 विकेट) के बाद टीम से ऐसे निकाले गए कि वापसी के कोई आसार ही नहीं बने। बात सिर्फ ये नहीं कि इस सीजन में 6 में से सिर्फ 2 टेस्ट खेल पाए। आगे के लिए टेस्ट का कॉन्ट्रैक्ट न मिलने का मतलब है आगे के लिए भी चयनकर्ताओं की स्कीम में नहीं हैं ।

टेस्ट क्रिकेट में अपने लिए आगे क्या भूमिका देख रहे हैं ? इसका जवाब मोइन ने कुछ ही घंटे के अंदर दे दिया. मोइन ने टेस्ट क्रिकेट से ब्रेक ले लिया है। इंग्लैंड के डायरेक्टर ऑफ क्रिकेट एश्ले जाइल्स ने कहा, “मैंने मोइन को ऐसा कोई फैसला नहीं लेने दिया, जिससे सारे रास्ते बंद हो जाएं। इसलिए हाल फिलहाल मोइन उपलब्ध नहीं हैं।” जाइल्स की बात यही इशारा दे रही है कि मोइन टेस्ट क्रिकेट से रिटायर होने का इरादा बना रहे थे।

आदिल रशीद का मामला बड़ा पेचीदा और मजेदार है। आदिल तो प्रथम श्रेणी क्रिकेट से रिटायर हो गए थे। वे तो यार्कशायर के लिए काउंटी चैंपियनशिप के मैच तक नहीं खेलते थे। सफेद गेंद वाली अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में उनका प्रदर्शन देखकर, उस समय के डायरेक्टर ऑफ क्रिकेट एड स्मिथ ने आदिल को यह अहसास दिलाया कि इंग्लैंड को उनकी जरूरत है, जो आदिल लाल गेंद वाले प्रथम श्रेणी मैच तक नहीं खेलते थे और टेस्ट खेलने लग गए। इंग्लैंड ने उन्हें टेस्ट का कॉन्ट्रैक्ट भी दे दिया पिछले साल। वही आदिल इस सीजन के शुरू में फिट नहीं थे तो टेस्ट से बाहर हुए और अब आगे टेस्ट खेलने की उम्मीद से भी बाहर।

आदिल ने इस पर अब क्या सोचा? आदिल ने तो सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट घोषित होने से पहले ही ये अंदाजा लगा लिया था कि बोर्ड मैनेजमेंट क्या फैसला लेने वाली है। इसीलिए उन्होंने कह दिया था कि अगर टेस्ट कॉन्ट्रैक्ट न मिला तो वे टेस्ट क्रिकेट से रिटायर हो जाएंगे।

इस तरह इंग्लैंड के लिए दो बेहतरीन क्रिकेटरों का टेस्ट करियर खत्म होने के कगार पर है क्योंकि दोनों के हाल फिलहाल आगे कोई टेस्ट खेलने की उम्मीद नहीं। इंग्लैंड ने इन दोनों की गैर मौजूदगी में अन्य दूसरे स्पिनरों को आजमा लिया और यह अंदाजा लगाना कोई मुश्किल नहीं कि इंग्लैंड के चयनकर्ता भविष्य की तरफ नई उम्मीद के साथ देखना चाहेंगे न कि वापस लौटना चाहेंगे।

मेाइन अली और आदिल रशीद को नई कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में सफेद गेंद वाली क्रिकेट का कॉन्ट्रैक्ट दिया है यानि कि दोनों वन डे और टी20 अंतर्राष्ट्रीय के लिए उपलब्ध हैं। मोइन ने 60 टेस्ट खेले, जिनमें 28.97 औसत से 5 शतक के साथ 2782 रन बनाए और 181 विकेट लिए। एक ऑलराउंडर के तौर पर कमाल का रिकॉर्ड है मोइन के नाम। पिछले कुछ महीनों में वे अपने इस रिकाॅर्ड को सही साबित नहीं कर पाए और इसीलिए टेस्ट क्रिकेट की स्कीम से बाहर हुए।

आदिल रशीद इस साल के शुरू में वेस्टइंडीज टूर पर ब्रिजटाउन टेस्ट तक खेले। वहां दोनों पारी में बिना विकेट लिए क्रमशः 56 और 61 रन देना उनके लिए भारी पड़ गया। आदिल इसके बाद टीम से बाहर कर दिए गए। आदिल ने 19 टेस्ट में 39.83 औसत से 60 विकेट लिए, जिसमें दो बार 5 विकेट का रिकॉर्ड बनाया।

मोइन और आदिल का इंग्लिश क्रिकेट में एक खास योगदान ये है कि इंग्लिश क्रिकेट में एशियाई प्रतिनिधित्व को सम्मान दिलाया। इन दोनों की बदौलत इंग्लैंड उन इलाकों में क्रिकेट डेवलपमेंट की विशेष स्कीम शुरू करने पर मजबूर हुआ, जहां एशियाई मूल के लोगों की तादाद ज्यादा है। आदिल के लिए इससे बड़ा सम्मान और क्या होगा कि जो यॉर्कशायर काउंटी, अन्य दूसरी काउंटी में जन्मे इंग्लिश क्रिकेटर भी नहीं खिलाती थी, वह ब्रैडफोर्ड पार्क एवेन्यू में अपने नए 5 मिलियन पाउंड की लागत वाले क्रिकेट सेंटर को उनका नाम दे रहे हैं। इंग्लैंड में रहने वाले पाकिस्तान मूल के 20 प्रतिशत लोग ब्रैडफोर्ड में रहते हैं। आदिल वहां के युवा वर्ग के लिए प्रेरणा हैं।

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