भारतीय टीम (Team India) के पूर्व कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) ने साल 1983 आईसीसी विश्व कप में ज़िम्बाबवे के खिलाफ 138 गेंदों में 175 रनों की मैच जिताऊ (Match Winning Knock) पारी खेलकर इतिहास रच दिया था. कपिल ने अपनी इस धमाकेदार पारी में 16 चौके और 6 छक्के जड़े थे. तब भारत ने अपने 5 विकेट सिर्फ 17 रन पर गवां दिए थे, लेकिन दिग्गज ऑलराउंडर की इस इनिंग की बदौलत भारत ने इस मैच को 31 रनों से जीत लिया था. टीम इंडिया यहीं नहीं रुकी, उन्होंने इस विश्व कप के खिताब को अपने कब्ज़े में भी लिया और पहली बार इस आईसीसी टूर्नामेंट का टाइटल अपने नाम किया.
भारत बनाम ज़िम्बाबवे मैच का क्यों नहीं हो पाया था सीधा प्रसारण
कपिल देव की वह पारी ब्रॉडकास्ट नहीं हो पाई थी, क्योंकि उस समय एकमात्र ब्रॉडकास्टर ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कारपोरेशन (BBC) एक ही मैच का प्रसारण करता था और उस दिन चार मुकाबले (भारत बनाम ज़िम्बाब्वे, ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड बनाम श्रीलंका और इंग्लैंड बनाम पाकिस्तान) खेले जा रहे थे, लेकिन बीबीसी ने इंग्लैंड और पाकिस्तान के मैच को कवर किया, इस वजह से भारत और ज़िम्बाब्वे के मुकाबले का प्रसारण नहीं हो पाया था. साथ ही कपिल की ऐतिहासिक पारी भी कैमरे में रिकॉर्ड नहीं हो पाई. बताया जाता है कि बीबीसी द्वारा हड़ताल भी कपिल की पारी का कैमरे में रिकॉर्ड नहीं हो पाने का मुख्य कारण रहा. अगर बीबीसी चाहता तो उनकी इनिंग को रिकॉर्ड कर सकता था.
कपिल देव को नहीं है इसका कोई मलाल
कपिल ने डीएनए इंडिया डॉट कॉम से बात करते हुए कहा, “मुझे इस बात का कोई भी मलाल नहीं है. वह पारी कैमरे में रिकॉर्ड नहीं हो पाई थी. आप सबने इतना प्यार दिया है और ये, जो पिक्चर (1983) बन रही है. मैं इसे इस तरीके से नहीं लेता हूं. आप सबने इतना प्यार दिया है. रिकॉर्ड नहीं हुई तो कोई बात नहीं.”