पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज वसीम अकरम (Wasim Akram) ने अपने जीवन का एक बेहद ही भावुक हिस्सा फैंस के साथ साझा किया है। उन्होंने अपनी पहली पत्नी हुमा की बीमारी और निधन से जुड़ी ऐसी कहानी बताई, जिसे सुनकर आपका भरोसा इंसानियत पर और मजबूत हो जाएगा।
56 साल के वसीम अकरम ने अपनी आत्मकथा ‘सुल्तान: ए मेमॉयर’ पर चर्चा के दौरान स्पोर्टस्टार के साथ बातचीत करते हुए कहा, “मैं अपनी पत्नी के साथ सिंगापुर के लिए जा रहा था। हमारा प्लान रिफ्यूलिंग के लिए चेन्नई में रुका हुआ था। जब प्लेन चेन्नई उतरा, तो हुमा बेहोश हो गईं। मैं रो रहा था और एयरपोर्ट पर लोगों ने मुझे पहचान लिया। हमारे पास भारत का वीजा नहीं था। हम दोनों के पास पाकिस्तानी पासपोर्ट थे।”
उन्होंने आगे कहा, “चेन्नई हवाईअड्डे पर मौजूद लोगों, सुरक्षा बलों, कस्टम और इमिग्रेशन अधिकारियों ने मुझे कहा कि मैं वीजा के बारे में चिंता न करूं। उन्होंने मुझे कहा कि मैं अपनी पत्नी को अस्पताल लेकर जाऊं, तब तक वह वीजा की व्यवस्था कर देंगे। यह एक ऐसी चीज है, जिसे मैं एक क्रिकेटर और इंसान के तौर पर कभी नहीं भूलूंगा।”
आपको बता दें कि वसीम अकरम और हुमा मुफ्ती की शादी 1995 में हुई थी। हुमा पेशे से एक साइक्लोजिस्ट थीं। मगर 2009 में अचानक उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। वसीम ने उन्हें इलाज के लिए सिंगापुर ले जाने का फैसला किया। हालांकि, वे सिंगापुर नहीं पहुंच पाईं और 42 साल की उम्र में चेन्नई में हुमा का निधन हुआ था।
कोहली के IPL खेलने पर लगा ग्रहण – VIDEO
414 विकेट।