ऑस्ट्रेलियाई टीम (Australian Cricket) के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा (Glenn McGrath) मौजूदा एशेज सीरीज (Ashes Series) के दौरान मैदान पर खिलाड़ियों के रवैये से खुश नहीं हैं. उन्होंने खिलाड़ियों में आक्रामकता के अभाव की निंदा करते हुए कहा है कि वे ‘आपसी दोस्ती’ के बजाय करीबी प्रतिस्पर्धा के मुकाबले देखना चाहेंगे. पूर्व कंगारू पेसर ने इसके लिए इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) और बिग बैश लीग (BBL) को दोषी ठहराया है, क्योंकि इन लीगों ने प्रतिस्पर्धी भावना को खत्म कर दिया है.
मैकग्रा ने टेलीग्राफ से बात करते हुए कहा, “हाव भाव की बात है. इंग्लैंड को इसके बारे में सोचना होगा. आईपीएल और बिग बैश लीग से ये सभी एक दूसरे को ज्यादा जानने लगे हैं. आप देखो बल्लेबाज और गेंदबाज एक दूसरे से मजाक करते दिखते हैं. मैं आक्रामक प्रतिस्पर्धा देखना चाहता हूं.”
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उन्होंने आगे कहा, “कई बार जरूरत से ज्यादा अच्छाई हो जाती है. सबकी नजर में अच्छे बने रहने की होड़. ऐसे में लोग आक्रामक नहीं होना चाहते. मुझे याद है, जब नासिर हुसैन यहां इंग्लैंड टीम के साथ आए थे तो उन्हें हमसे बात करने या गुड डे कहने की भी अनुमति नहीं थी.”
गौरतलब है कि इंग्लैंड के खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन ल्योन के साथ मजाक करते देखा गया था, जबकि इंग्लिश टीम के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने प्रतिद्वंद्वी टीम के पेसर मिचेल स्टार्क के साथ बातचीत की थी. ऐसे में मैकग्रा का मानना है कि जब, से घरेलू टी20 लीग्स की शुरुआत हुई है, खिलाड़ियों ने एक दूसरे को जानना, समझना और परखना शुरू कर दिया है. उनके समय में खिलाड़ियों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा रहती थी.