मंगलवार को चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और गुजरात टाइटंस (GT) के बीच इंडियन प्रीमियर लीग 2023 (IPL 2023) का पहला क्वालीफायर खेला गया। यह मैच सीएसके ने 15 रन से अपने नाम किया। मगर इस मुकाबले के दौरान पीली जर्सी वाली टीम के कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) अंपायर के साथ बहस करते नजर आए, जिसके कारण खेल को कुछ देर के लिए रोकना पड़ गया।
किसी भी खिलाड़ी का अंपायर के साथ बहस करना समय की बर्बादी होती है। मगर, जब एमएस धोनी कुछ करते हैं, तो उसके पीछे कई कारण होते हैं। दरअसल, धोनी ने अंपायर के साथ सिर्फ 4 मिनट ही बहस की और इसके पीछे उनकी काफी सोची समझी ट्रिक थी।
हुआ कुछ यूं कि गुजरात की पारी का 16वां ओवर धोनी अपने तेज गेंदबाज मथीषा पाथिराना से कराना चाहते थे, लेकिन अंपायर ने उन्हें ऐसा करने से मना कर दिया, क्योंकि पथिराना 15वें ओवर के दौरान ग्राउंड पर नहीं थे। ऐसे में क्रिकेट के नियम उन्हें गेंदबाजी की इजाजत नहीं दे रहे थे।
नियमों के मुताबिक गेंदबाज, जितनी देर के लिए ब्रेक पर रहता है, उतना ही वक्त मैदान पर बिताने के बाद ही वो गेंदबाजी कर सकता है। ऐसे में माही और अंपायर के बीच जब तक बहस चली, तब तक पथिराना का मैदान पर उतना समय पूरा हो गया, जितनी देर वो बाहर रहे थे। यानि अब वो गेंदबाजी कर सकते थे और उन्होंने 16वां ओवर डाला।