दिल्ली कैपिटल्स (DC) के सह मालिक पार्थ जिंदल और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) वेंकी मैसूर के मुताबिक, इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का मेगा ऑक्शन अब उतना उपयोगी नहीं रहा. वेंकी को लगता है कि ‘बड़ी नीलामी’ सभी के लिए एक समान नहीं रही.
पार्थ जिंदल ने आईपीएल के मेगा ऑक्शन को लेकर कहा है कि तीन सालों तक कई खिलाड़ियों पर समय ओर धन निवेश करने के बाद उन्हें खो देना ‘मायूस करने वाला’ था.
पार्थ ने कहा, “श्रेयस अय्यर, शिखर धवन, कगिसो रबाडा और आर अश्विन का जाना दिल तोड़ देता है. ऑक्शन प्रॉसेस इस तरह का बना हुआ है और मुझे लगता है कि आगे चलकर आईपीएल को इसे वाकई में देखना होगा, क्योंकि यह सही नहीं है कि आप एक टीम बनाए, युवाओं को मौका दें, उन्हें अपने सैट अप के जरिए तैयार करें और उन्हें मौका मिले. वे अपनी फ्रेंचाइजी के लिए खेलें फिर वे अपने देश के लिए खेले और तब तीन साल बाद आप उन्हें खो दें.”
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वहीं, दूसरी तरफ मैसूर ने कहा, “लीग में एक ऐसा समय आ रहा है, जब यह सवाल उठता है कि क्या बड़े ऑक्शन वाकई में जरूरी हैं. आप नए आने वाले खिलाड़ियों के लिए ड्राफ्ट्स बना सकते हो, आप आपस में ट्रे़ड कर सकते हो, आप लोन पर दे सकते हो और टीमों को लंबे समय के योजना बनाने का मौका दे सकते हो.”