हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट (International Cricket) से संन्यास (Retirement) का ऐलान करने वाले टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) और टीम चयनकर्ताओं पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा है कि साल 2012 के बाद उन्हें किसी ने सपोर्ट नहीं किया, जबकि वे भारत (India) की 2011 विश्व कप की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाने वाले खिलाड़ी रहे. इसके अलावा भज्जी ने यह भी बताया कि सौरव गांगुली ने उनका कैसे साथ दिया.
बता दें कि साल 2011 के विश्व कप के बाद हरभजन सिंह को लगातार खेलने का मौका नहीं मिल पाया था. ऐसे में अब 41 साल के पूर्व दिग्गज गेंदबाज ने कहा कि अगर उन्हें लगातार खिलाया जाता तो वे टेस्ट में 500-550 विकेट हासिल कर सकते थे.
भज्जी ने दैनिक जागरण के साथ बातचीत करते हुए कहा, “जब तक समर्थन है, बहुत अच्छा लगता है. हालांकि, मैं कहूंगा कि अगर सही समय पर समर्थन मिलता, तो मैं 500-550 विकेट बहुत पहले ले लेता, क्योंकि जब मैं 31 साल का था, तब मैंने 400 विकेट लिए थे और अगर मैं तीन-चार साल और अधिक खेलता, तो मैं 500-550 विकेट हासिल कर लेता.”
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उन्होंने आगे कहा, “लेकिन, यह सब नहीं हुआ. उसके बहुत सारे कारण हैं. अगर हम उसमें जाते हैं, तो बहुत सारी चीजें बाहर आ जाएंगी, जो मैं नहीं करना चाहता.”
टर्बनेटर ने कहा, “एक समय आता है, जब आपको खिलाड़ियों को वह सम्मान देना चाहिए, जिसके वे हकदार हैं. मैं कहना चाहूंगा कि 2001-02 के बाद सौरव गांगुली ने मुझे जो समर्थन दिया, वह जबरदस्त था, लेकिन 2012 के बाद ऐसा कोई समर्थन नहीं मिला.”
भज्जी ने शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया. दाएं हाथ के दिग्गज स्पिनर ने भारत के लिए 103 टेस्ट में 417, 236 वनडे में 269 और 28 टी20 आई मुकाबलों में 25 विकेट हासिल किए. इसके अलावा भज्जी ने 163 आईपीएल मुकाबलों में 150 विकेट चटकाए हैं.