दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक (Quinton De Kock) की पिछले साल आईसीसी टी20 विश्व कप 2021 के दौरान क्रिकेट साउथ अफ्रीका (CSA) के निर्देशों के खिलाफ जाने पर कड़ी आलोचना हुई थी. हालांकि, उन्होंने पहले मुकाबले के बाद बाकी मैचों में टीम के अनुदेश का पालन किया था.
दरअसल, टी20 विश्व कप 2021 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मुकाबले में डी कॉक ने नहीं खेलने का निर्णय लिया था, क्योंकि उन्होंने ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन का समर्थन नहीं किया था और मैच से पहले घुटने नहीं टेके थे, लेकिन क्यूडीके ने इसके बाद अपनी हरकत के लिए माफी मांगी थी.
वहीं, अब दक्षिण अफ्रीकी दिग्गज ने इस मामले को लेकर हाल ही में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि ये आवश्यक नहीं था और बोर्ड के सदस्य या, जिसने भी यह निर्देश दिया था (अनिवार्य रूप से घुटने टेकने के लिए), वह अलग तरह से भी काम कर सकते थे. डी कॉक ने कहा कि वे बुरे इंसान नहीं हैं और इस घटना के बाद डरे नहीं थे.
29 साल के डी कॉक ने टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से कहा, “मैं कुछ अलग नहीं करता. हम, जिस पर विश्वास करते हैं, उस पर कायम रहते हैं. मैं जानता हूं कि मैं कैसा हूं. मुझे पता है कि मैं बुरा इंसान नहीं हूं. मेरे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए मैं डरा नहीं था.”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगता है कि बोर्ड के सदस्य, या जिसने भी यह निर्देश दिया था (अनिवार्य रूप से घुटने टेकने के लिए), वह अलग तरह से भी काम कर सकते थे, न कि मैच से पहले स्मैक डब. खिलाड़ियों पर दबाव डाला गया, जो अनावश्यक था. हमारी टीम में काफी युवा थे.”