भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस साल घरेलू सरज़मीं पर खेले जाने वाले आईसीसी वनडे विश्व कप (ICC ODI World Cup) में खेलने वाले खिलाड़ियों को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाया है. रविवार को मुंबई में संपन्न हुई बीसीसीआई की समीक्षा बैठक में तीन बड़े फैसलों पर बोर्ड के अधिकारियों ने मुहर लगा दी है.
बीसीसीआई के दफ्तर में आयोजित हुई इस मीटिंग में तीन मुख्य बातें, जिन पर निर्णय लिया गया है. उनमें से पहली बात यह है कि उभरते प्लेयर्स को अब डोमेस्टिक सीरीज में लगातार खेलना होगा, जिससे कि वे राष्ट्रीय टीम के चयन के लिए तैयार हो सकें.
दूसरी बात, यो-यो टेस्ट सेलेक्शन प्रोसेस का हिस्सा बनेगा. टीम के पूल में, जो सीनियर खिलाड़ी हैं, उनपर इसे लागू किया जाएगा. अगर खिलाड़ी टेस्ट में फेल होते हैं, तो उनका चयन नहीं हो पाएगा.
तीसरी बात, वनडे वर्ल्ड कप 2023 और अन्य सीरीज़ को देखते हुए नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की सभी फ्रेंचाइजी से बात करेगा और प्लेयर्स के वर्कलोड मैनेजमेंट पर चर्चा करेगा.
बीसीसीआई की ओर से जारी की गई प्रेस रिलीज में बताया गया, “उभरते खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम में चयन के योग्य होने के लिए पर्याप्त घरेलू सत्र खेलना होगा. यो-यो टेस्ट और डेक्सा अब चयन मानदंड का हिस्सा होंगे और खिलाड़ियों के केंद्रीय पूल के अनुकूलित रोडमैप में लागू होंगे. पुरुषों के एफटीपी और आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए, एनसीए आईपीएल फ्रेंचाइजी के साथ मिलकर आईपीएल 2023 में भाग लेने वाले लक्षित भारतीय खिलाड़ियों की निगरानी करेगा.”
गौरतलब है कि इस रिव्यू मीटिंग में बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी, सचिव जय शाह, कप्तान रोहित शर्मा, कोच राहुल द्रविड़, एनसीए प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण और चीफ सेलेक्टर चेतन शर्मा मौजूद थे.
हादसे के बाद पंत को लगा एक और बड़ा झटका – वीडियो
मुंबई