इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की तरह मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) फ्रैंचाइजी की विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) में भी धमक देखने को मिली है। रविवार को मुंबई के ब्रेबॉर्न स्टेडियम में महिला प्रीमियर लीग के पहले सीजन के खिताब पर मुंबई इंडियंस ने कब्जा किया है। 5 टीमों की इस रेस में दिल्ली कैपिटल्स और मुंबई इंडियंस की टीमें फाइनल मैच में पहुंची जहां हरमनप्रीत कौर एंड कंपनी ने कमाल करते हुए दिल्ली कैपिटल्स को 7 विकेट से हरा दिया और पहले एडिशन के चैंपियन बने।
इस मैच में दिल्ली कैपिटल्स ने पहले बैटिंग करते हुए निर्धारित 20 ओवर्स में 9 विकेट पर 131 रन का स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में मुंबई पलटन ने आखिरी ओवर तक चली जंग में 3 गेंद रहते 3 विकेट के नुकसान पर लक्ष्य को हासिल कर लिया। इसके साथ ही चमचमाती गोल्डन ट्रॉफी पर कब्जा करके ही दम लिया। मुंबई इंडियंस की जीत में एक नहीं बल्कि कईं कारण रहे। चलिए आपको इस आर्टिकल में बताते हैं मुंबई इंडियंस की टीम की खिताबी जीत के 5 बड़े कारण
1. हैली मैथ्यूज और नेट सीवर का हरफनमौला योगदान
क्रिकेट के खेल में एक ऑलराउंडर का बहुत ही खास प्रभाव रहता है। बात जब टी20 फॉर्मेट की हो तो हरफनमौला खिलाड़ी पूरे मैच में खास रोल अदा करते हैं। महिला आईपीएल में मुंबई इंडियंस के ट्रॉफी जीतने के पीछे उनकी ऑलराउंडर्स हैली मैथ्यूज और नेट सीवर ने जो भूमिका अदा की वो नजरअंदाज नहीं की जा सकती है। एक तरफ जहां हैली ने सबसे ज्यादा 16 विकेट के साथ ही 271 रन बनाए तो दूसरी ओर नेट सीवर इस सीजन की दूसरी सबसे बड़ी स्कोरर रही और 302 रन बनाने के अलावा 10 विकेट भी झटके। इन दोनों ही ऑलराउंडर्स ने मिलकर गजब का प्रदर्शन किया है। इनका दोनों विभाग में प्रदर्शन ने उन्हें टाइटल तक पहुंचा कर ही दम लिया।
2. बैटिंग ऑर्डर में जबरदस्त गहराई
यास्तिका भाटिया, हैली मैथ्यूज, नेट सीवर, हरमनप्रीत कौर और एमेलिया कैर ये मुंबई इंडियंस का बैटिंग ऑर्डर रहा जिनकी गहरायी को इसी से मापा जा सकता है कि इनमें से शुरुआती चारों नंबर की बैट्स वूमेन ने 200 से ज्यादा रन बनाए तो एमेलिया कैर ने डेढ़ सौ के करीब रन बनाए। इनकी बैटिंग में बहुत ही जबरदस्त मजबूती दिखायी दी। जिसमें नेट सीवर ने 302 रन, हरमनप्रीत कौर ने 281 रन, हैली मैथ्यूज ने 271 और यास्तिका ने 214 रन बनाए। इनकी बैटिंग हर मैच में अपना जादू दिखाने में कामयाब रही तभी तो उन्हें खिताब तक पहुंचने में कामयाब रही।
3. टीम में एक से एक मैच विनर खिलाड़ियों की भरमार
महिला आईपीएल के इस पहले एडिशन में मुंबई इंडियंस की टीम किसी एक पर निर्भर नहीं रही। इस टीम के पास मैच विनर्स की फौज थी। जिसमें कभी हैली मैथ्यूज ने अपनी बॉलिंग या बैटिंग से मैच जीता, तो कभी नेट सीवर ने कमाल का प्रदर्शन कर सबसे बड़ा योगदान दिया। इसके अलावा साईका ईशाक, हरमनप्रीत कौर, यास्तिका भाटिया और एमेलिया कैर भी इनकी टीम में मैच विनर खिलाड़ी के रूप में शामिल रही। कुल मिलाकर इनके पास अलग-अलग मैच में अलग-अलर मैच विनर्स रही। यही वजह थी कि मुंबई इंडियंस इस लीग में सभी टीमों पर भारी रही और चैंपियन बनी।
4. विकेट टेकर्स बॉलर्स
मुंबई इंडियंस की जीत में उनके गेंदबाजों का खास योगदान रहा है। हरमनप्रीत कौर एंक कंपनी के पास एक से एक विकेट टेकर्स गेंदबाज रहे। जिसमें हैली मैथ्यूज हो या साईका ईशाक या फिर ईजी वॉंग हो, इन गेंदबाजों ने बहुत ही प्रभावित किया है। इनकी गेंदबाजी यूनिट में 5 ऐसी बॉलर्स रही, जिन्होंने 10 या उससे ज्यादा विकेट झटके। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसकी बॉलिंग अटैक में विकेट टेकर्स बॉलर्स की कोई कमी नहीं थी। मुंबई पलटन की हैली मैथ्यूज ने 16 विकेट झटके तो ईजी वॉंग एमेलिका कैर और साईका ईशाक ने 15-15 विकेट अपने नाम किए।
5. हरमनप्रीत कौर की आक्रमक कप्तानी
वूमेंस प्रीमियर लीग के शुरू होने से ठीक पहले हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में टीम इंडिया को महिला टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। इससे हरमन काफी निराश हुई। लेकिन WPL में उन्होंने नए जोश और उत्साह के साथ मुंबई इंडियंस की अगुवायी की। मुंबई फ्रैंचाइजी की इस दिग्गज खिलाड़ी ने पहले ही मैच से काफी आक्रमक कप्तानी की। हर बार वो मैदान में एक्टिव नजर आयी। गेंदबाजी में बदलाव से लेकर खुद की बैटिंग में भी अलग ही प्रभाव दिखा। खुद हरमन ने 135.09 की स्ट्राइक रेट से 281 रन बनाए। इससे साफ पता चलता है कि इस जीत में उनकी आक्रमक कप्तानी का भी बड़ा रोल रहा जिससे बिल्कुल भी इनकार नहीं किया जा सकता है।