आईपीएल सीजन शुरु हो चुका है और इसकी एक सबसे ख़ास बात है नई प्लेइंग कंडीशंस। सच तो ये है कि आईपीएल की पहचान उस लीग के तौर पर है जिसने बदलाव लाने में कभी देरी नहीं की। मौजूदा सीजन की नई प्लेइंग कंडीशंस संक्षेप में :
- अब टॉस से पहले नहीं, टॉस के बाद टीम के 11 खिलाड़ी बताइए।
- कप्तान दो अलग-अलग टीम शीट के साथ टॉस के लिए आएंगे और टॉस के बाद एक शीट वाली टीम घोषित कर देते हैं। वास्तव में 16 नाम बताते हैं- 11 जो मैच खेल रहे हैं और 5 सब्स्टिट्यूट जिनमें से एक इम्पैक्ट प्लेयर।
- इम्पैक्ट प्लेयर का जिक्र आईपीएल में पहली बार है- वह खिलाड़ी, जो मैच में के दौरान, खेल की जरूरत और स्थिति के आधार पर, आखिरी 11 में से किसी एक खिलाड़ी की जगह, बेंच से सीधा टीम में शामिल हो सकता है और आगे खेल में वही हिस्सा लेगा। जिसे बदल दिया वह मैच में आगे हिस्सा नहीं लेगा। इसके लिए एक नया अंपायरिंग सिग्नल भी बना है।
- डीआरएस रिव्यू में वाइड और ऊंचाई के लिए नो बॉल शामिल। रिव्यू की गिनती अभी भी दो नाकामयाब रिव्यू हैं।
- ओवर-रेट पेनल्टी : ओवर रेट धीमा है तो हर कम फेंके ओवर के लिए 30-यार्ड सर्कल के बाहर सिर्फ चार खिलाड़ियों के फील्डिंग करने की इजाजत।
- विकेटकीपर की गलत हरकत पर पेनल्टी : ऐसा हुआ तो अंपायर डेड बॉल का इशारा करेंगे और बल्लेबाजी टीम को 5 पेनल्टी रन।
- फील्डर का गलत मूवमेंट : गेंदबाज के अपना रन अप शुरू करने के बाद ऐसा होने पर अंपायर फौरन डेड बॉल का इशारा करेंगे और बल्लेबाजी टीम को 5 पेनल्टी रन।
जो और कुछ ख़ास प्लेइंग कंडीशंस आईपीएल में चल रही हैं :
- ऑन-फील्ड सॉफ्ट सिग्नल : ये नहीं दे सकते। ग्राउंड अंपायर के सिग्नल का तीसरे अंपायर के फैसले पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
- हर पारी खेलने के लिए समय : 90 मिनट यानी कि 20वें ओवर को 90 मिनट में पूरा करना है।
- चौथे अंपायर के नए अधिकार : नई ओवर-रेट कंडीशन को लागू करना। समय खराब करने में बल्लेबाजी टीम शामिल है तो उसे चेतावनी देने का अधिकार।
- धीमें ओवर रेट पर जुर्माना : पहली गलती- कप्तान पर 12 लाख रुपये का जुर्माना, दूसरी गलती- कप्तान पर 24 लाख रुपये और टीम के हर खिलाड़ी पर 6 लाख रुपये या मैच फीस का 25%, जो भी कम हो, का जुर्माना। तीसरी गलती- कप्तान पर 30 लाख रुपये का जुर्माना, एक आईपीएल मैच के लिए बैन, टीम के हर खिलाड़ी पर 12 लाख रुपये या मैच फीस का 50%, जो भी कम हो, का जुर्माना।
- शॉर्ट रन : थर्ड अंपायर भी शॉर्ट रन पर मैदानी अंपायर के कॉल की जांच कर सकते हैं और मूल फैसले को बदल सकते हैं।
- क्रॉसओवर के बावजूद स्ट्राइक लेने के लिए नया बल्लेबाज : नया बल्लेबाज ही स्ट्राइक लेगा बशर्ते यह एक ओवर की नई शुरुआत न हो।
- स्ट्रेटेजिक टाइम आउट : अब (दो प्रति पारी) 3 मिनट में लेने हैं।
- सुपर ओवर : यदि उपलब्ध समय में सुपर ओवर या उसके बाद के सुपर ओवर को नहीं खेल पाते तो पॉइंट्स टेबल में ऊपर रहने वाली टीम विजेता। ये कंडीशन सिर्फ फाइनल सहित प्लेऑफ मैचों के लिए है।