भारत (India) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खेली जा रही है, जिसका दूसरा टेस्ट मैच शुक्रवार से दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जाएगा। 4 मैचों की इस टेस्ट सीरीज में दोनों ही टीमों के बीच खेले गए पहले मैच में मेजबान भारत ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए एक पारी और 132 रनों से जीत हासिल की थी। इस जबरदस्त जीत के बाद टीम इंडिया के हौंसले बुलंद हैं, जो अब इस दूसरे टेस्ट मैच में भी अपना दम दिखाने के लिए उतरेगी।
दिल्ली के इस मैदान पर करीब 6 साल के बाद कोई टेस्ट मैच होगा। 1948 में इस इस ग्राउंड में पहला टेस्ट मैच खेला गया था, जिसके बाद अब तक 34 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं। यहां कई ऐतिहासिक कारनामे भी दर्ज हुए हैं। चलिए आपको हम इस आर्टिकल में बताते हैं कि इस मैदान में टेस्ट इतिहास में कौन से 5 सबसे बड़े रिकॉर्ड्स बने हैं.
- सुनिल गावस्कर ने यहीं पर की थी डॉन ब्रैडमैन के 29 शतकों की बराबरी
क्रिकेट जगत के सबसे महान बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन इस खेल के बादशाह माने जाते हैं। ऑस्ट्रेलिया के इस पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ने एक जबरदस्त टेस्ट करियर बनाया है, जिन्होंने उस दौर में कारनामों की झड़ी लगा दी थी, जो सालों तक कायम रहे थे, जिसमें एक है टेस्ट में सबसे ज्यादा शतक का रिकॉर्ड, वो 1948 में संन्यास लेने तक कुल 29 शतक लगा चुके थे। उनका सर्वाधिक शतक का ये रिकॉर्ड करीब 35 साल तक रहा था। इस रिकॉर्ड की बराबरी साल 1983 में भारत के लिटिल मास्टर सुनिल गावस्कर ने की थी। उन्होंने इस महान रिकॉर्ड की बराबरी दिल्ली के फिरोजशाह कोटला में ही की थी, जब वेस्टइंडीज के खिलाफ 121 रन की पारी खेली थी।
- सचिन तेंदुलकर ने सुनिल गावस्कर के सर्वाधिक 34 टेस्ट शतकों का रिकॉर्ड किया था ब्रेक
क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर सर्वकालिन इतिहास के सबसे बड़े बल्लेबाज रहे हैं। मास्टर-ब्लास्टर सचिन के नाम सबसे ज्यादा रन और सबसे ज्यादा शतकों का कारनामा है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 51 शतक ठोके हैं। उन्होंने भारत और टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा शतक का रिकॉर्ड 2005 में तोड़ा, जब उन्होंने सुनिल गावस्कर के 34 टेस्ट शतकों को पीछे करते हुए 35वां टेस्ट शतक बनाया। सचिन के बल्ले से करियर का ये 35वां शतक श्रीलंका के खिलाफ दिल्ली के ही फिरोजशाह कोटला मैदान में तोड़ा था। इस मैच में इस रिकॉर्ड पुरुष ने 109 रन की पारी खेली थी।
- अनिल कुंबले के परफेक्ट-10 के लिए याद किया जाता है ये ग्राउंड
फिरोजशाह कोटला मैदान का नाम फैंस के जेहन में आते ही भारत के सबसे महान टेस्ट गेंदबाज अनिल कुंबले के कारनामें की यादें ताजा हो जाती हैं। भारत के पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज के करियर में इस मैदान का बहुत ही बड़ा स्थान हैं, जहां उन्होंने अपने करियर का परफेक्ट-10 का कमाल किया था। लेग स्पिन गेंदबाज अनिल कुंबले ने साल 1998-99 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान दिल्ली में खेले गए दूसरे मैच में हैरतअंगेज कारानामा किया था। यहां दूसरी पारी में जम्बो के नाम से मशहूर इस गेंदबाज ने 26.3 ओवर की गेंदबाजी में 74 रन खर्च कर सभी पाकिस्तानी बल्लेबाजों को आउट कर परफेक्ट-10 कर दिया।
- विराट कोहली के नाम है इस मैदान का सबसे बड़ा व्यक्तिगत टेस्ट स्कोर
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली को उनके नायाब रिकॉर्ड्स के कारण रिकॉर्ड किंग कहा जाता है। इस स्टार बल्लेबाज ने अपने नाम एक से एक कारनामें किए हैं। टेस्ट करियर की बात करें तो किंग कोहली ने अपने करियर में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा 7 शतक जड़े हैं, जिसमें एक बड़ी पारी उन्होंने अपने घरेलू मैदान दिल्ली में ही खेली है। फिरोजशाह कोटला में उन्होंने साल 2017 में श्रीलंका के खिलाफ जबरदस्त बल्लेबाजी करते हुए 243 रन का निजी स्कोर बनाया था। ये इस मैदान का सबसे बड़ा और विराट कोहली के टेस्ट करियर का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर रहा। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 287 गेंदों का सामना करते हुए 25 चौके लगाकर कुल 243 रन बनाए थे।
5. भारत का घर में सबसे न्यूनतम स्कोर भी बना इसी मैदान में
क्रिकेट जगत में भारतीय क्रिकेट टीम खासकर टेस्ट फॉर्मेट में अपने घर में सबसे खतरनाक मानी जाती है। यहां भारत शुरु से ही विरोधी टीम पर हावी रही है। लेकिन टीम इंडिया का कुछ मौकों पर काफी शर्मनाक रिकॉर्ड भी रहे हैं। जिसमें एक है साल 1987 में वेस्टइंडीज के खिलाफ सबसे न्यूनतम स्कोर पर आउट होना। इस मैच में भारत वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली के फिरोजशाह कोटला में खेले गए इस मैच में 31वें ओवर में ही केवल 75 रन पर ही ढेर हो गई थी। ये इंडिया का घरेलू सरजमीं पर सबसे छोटा टोटल रहा, जिसका गवाह भी फिरोजशाह कोटला मैदान ही रहा।