मंगलवार को मोहाली के मैदान में भारत (India) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) के बीच तीन मुकाबलों की टी20 अंतर्राष्ट्रीय सीरीज का पहला मैच खेला गया, जिसे पीली जर्सी वाली टीम ने 4 विकेट से अपने नाम किया। इसके साथ ही मेहमान टीम श्रृंखला में 1-0 से आगे हो गई है।
टीम इंडिया (Team India) ने पहले बल्लेबाजी करते हुए हार्दिक पांड्या (71), केएल राहुल (55) और, सूर्यकुमार यादव (46) की बेहतरीन पारियों की बदौलत कंगारू टीम के सामने 209 रनों का विशालकाय लक्ष्य खड़ा किया। मगर मोहाली की पिच पर यह टारगेट ऑस्ट्रेलिया के लिए काफी आसान साबित हुआ। कैमरन ग्रीन (61), स्टीव स्मिथ (35) और मैथ्यू वेड (45) ने धमाकेदार बल्लेबाजी करते हुए यह 4 गेंद शेष रहते ऑस्ट्रेलियाई टीम को जीत दिला दी।
16 अक्टूबर से ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर टी20 वर्ल्डकप 2022 (T20 World Cup) खेला जाएगा। इस मेगा इवेंट से पहले दोनों देशों के लिए यह द्विपक्षीय सीरीज काफी एहम है। मगर पहले टी20 आई में भारतीय टीम का प्रदर्शन देख उनकी तैयारियों पर फैंस को संदेह हो रहा है। नीली जर्सी वाले खिलाड़ियों ने इस मैच में कई गलतियां की जिसका खामियाजा उन्हें मैच गवां कर भुगतना पड़ा। आइये नजर डालते हैं टीम इंडिया की उन पांच बड़ी गलतियां पर, जिनकी वजह से उन्हें मुकाबला में हार झेलनी पड़ी –
5 – विराट, रोहित और कार्तिक का फ्लॉप होना –
टीम इंडिया ने भले ही पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने बड़ा टारगेट खड़ा किया हो, लेकिन मोहाली की रनों से भरपूर पिच पर हमारे तीन सबसे बड़े बल्लेबाज बुरी तरह से फ्लॉप रहे। कप्तान रोहित शर्मा ने 9 गेंद पर 11 रन बनाए, जबकि दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने 7 गेंद पर 2 रन बनाए। वहीं, टीम इंडिया के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने 5 गेंदों पर 6 रन बनाए।
4 – खराब फील्डिंग –
मोहाली की पिच पर गेंद आसानी से बल्ले पर आ रही थी। ऐसे में फील्डर्स के लिए हर एक मौके को भुनाना जरुरी था। मगर भारतीय टीम के क्षेत्ररक्षकों ने बेहद खराब फील्डिंग करते हुए तीन कैच ड्रॉप किए। अक्षर पटेल ने कैमरून ग्रीन का 42 के निजी स्कोर पर कैच छोड़ा था और बाद में उन्होंने 30 गेंदों पर 61 रन बनाए। इसके बाद केएल राहुल ने स्टीव स्मिथ का कैच टपकाया। तब स्मिथ ने 15 गेंदों में 19 रन बनाए थे और फिर वे 24 गेंदों में 35 रन बनाकर पवेलियन लौटे। वहीं, हर्षल पटेल ने मैथ्यू वेड का कैच छोड़ा था। वेड उस समय 23 रन बनाकर खेल रहे थे और अंत में उनकी पारी मैच टर्निंग साबित हुई। वे 45 रन बनाकर नाबाद रहे।
3 – सही समय पर डीआरएस का इस्तेमाल नहीं करना –
कैमरून ग्रीन की 30 गेंदों में 61 रनों की पारी पीली जर्सी वाली टीम के लिए मैच जिताऊ साबित हुई, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की इनिंग के पांचवें ही ओवर में युजवेंद्र की गेंद पर वे एलबीडब्ल्यू आउट हो सकते थे। मगर किसी भी भारतीय खिलाड़ी ने अंपायर से अपील ही नहीं की। बाद में दिखाए गए बॉल ट्रैकर में गेंद सीधे विकेट पर जाकर लगती दिखाई दी। ऐसे में अगर डीआरएस ले लिया गया होता तो ग्रीन पहले ही आउट हो जाते।
2 – गेंदबाजों का महंगा साबित होना –
इस मुकाबले में भारतीय टीम की गेंदबाजी बेहद खराब रही। कप्तान रोहित शर्मा ने 6 गेंदबाजों को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया था, लेकिन अक्षर पटेल को छोड़कर अन्य सभी बॉलर महंगे साबित हुए। भुवनेश्वर कुमार ने 13 की इकॉनमी से 4 ओवर में 52 रन दिए। उमेश यादव ने 13.5 की इकॉनमी से 2 ओवर में 27 रन दिए। युजवेंद्र चहल ने 3.2 ओवर में 12.6 की इकॉनमी से 42 रन खर्च कर डाले। हर्षल पटेल ने 12.25 और हार्दिक पंड्या ने 11 की इकॉनमी से रन लुटाए।
1 – डेथ ओवर्स में फ्लॉप गेंदबाजी –
ऑस्ट्रेलियाई पारी के 16वें ओवर तक टीम इंडिया का पलड़ा मैच में भारी था। आखिरी 24 गेंदों पर कंगारू टीम को 55 रनों की दरकार थी। मगर डेथ ओवर्स में भारतीय गेंदबाज एक बार फिर फ्लॉप साबित हुए। 17वें ओवर में भुवनेश्वर कुमार ने तीन वाइड गेंद फेंकते हुए कुल 15 रन खर्च किए। 18वां ओवर करने आए हर्षल पटेल ने तो 22 रन लुटा दिए। वहीं, 19वें ओवर में एक बार फिर भुवनेश्वर गेंदबाजी करने आए और मैथ्यू वेड में इस ओवर में 3 चौके जड़कर अपनी टीम की जीत सुनिश्चित कर दी। इस ओवर से कुल 16 रन आए। आखिरी ओवर में ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए महज दो रन की जरूरत थी, जो युजवेंद्र चहल के ओवर में उन्होंने आसानी से बना लिए।
Q. भारत ने टी20 विश्वकप कप कब जीता था?
A. 2007