अब तक 1222 खिलाड़ी वर्ल्ड कप में खेल चुके हैं और इनमें से 79 ने वर्ल्ड कप 2023 में अपना वर्ल्ड कप डेब्यू किया। स्पष्ट है कि कुछ तो ख़ास होगा उनकी क्रिकेट में कि इस मुकाम तक पहुंचे। देखते हैं टॉप 6 डेब्यू कौन से रहे?
रचिन रवींद्र (न्यूजीलैंड) : 10 पारी में 578 रन, 3 शतक के साथ और स्ट्राइक रेट 106+ का। उन्हें ‘टूर्नामेंट की खोज’ कहा जा रहा है जो वास्तव में, वर्ल्ड कप के शुरू में केन विलियमसन फिट होते तो शायद खेल भी न पाते। रन लिस्ट में नंबर 4 पर लेकिन वे तो हरफनमौला हैं और 5 विकेट भी लिए 6 से कम इकॉनमी रेट पर। एक वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 100 लगाने वाले कीवी बल्लेबाज और सबसे ख़ास बात ये कि जब विलियमसन नहीं खेल रहे थे तो बल्लेबाजी में उनकी कमी महसूस नहीं होने दी। चूंकि भारतीय परिवार से हैं- वर्ल्ड कप के दौरान खूब चर्चा में रहे।
शुभमन गिल (भारत) : शुभमन के लिए वर्ल्ड कप 2023 बड़ा अच्छा रहा- डेंगू की वजह से 2 मैच न खेलने के बावजूद- 9 मैच में 106+ स्ट्राइक रेट के साथ 44+ औसत से 354 रन जिसमें टॉप स्कोर 92 रहा और सच ये है कि संभव था कि 100 वाले दो स्कोर उनके नाम पर होते। कुल मिलाकर 2023 का साल ही उनके लिए बड़ा अच्छा रहा है- अकेले वनडे में ही 1500 रन की गिनती को पार किया (इस साल, अब तक ये रिकॉर्ड बनाने वाले अकेले बल्लेबाज)। अब तक 13 वनडे 50 और इनमें से 4 तो इसी वर्ल्ड कप के दौरान बनाए। यहां तक कि इसी दौरान, आईसीसी रैंकिंग में बाबर आजम को हटाकर नए नंबर 1 वनडे बल्लेबाज बन गए।
डेरिल मिचेल (न्यूजीलैंड) : एक ही वर्ल्ड कप में, एक ही टीम के विरुद्ध 2 शतक और ये ख़ास रिकॉर्ड बनाया टीम इंडिया के कामयाब गेंदबाजी अटैक पर- इसी से अंदाजा हो जाएगा कि अपने डेब्यू वर्ल्ड कप में इस खिलाड़ी ने कैसा प्रदर्शन किया? इस साल की शुरुआत में भारत टूर खराब रहा था लेकिन वर्ल्ड कप में गजब की वापसी की। रॉस टेलर न्यूजीलैंड के लिए नंबर 4-5 पर बहुत अच्छा खेले थे- मिचेल ने वही सिलसिला जारी रखा और 9 पारी में 552 रन 69 औसत और 111+ स्ट्राइक रेट से। वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में 100 बनाने के बावजूद मैच हारे- ये अलग बात है पर डेरिल ने न्यूजीलैंड के मिडिल आर्डर को संभाला और टीम को मुकाबले पर रखा।
कोएट्ज़ी गेराल्ड (दक्षिण अफ्रीका) : कप्तान बावुमा ने वर्ल्ड कप से टीम के बाहर होने के बाद, टीम के 23 साल के पेसर गेराल्ड कोएट्जी की सबसे ज्यादा तारीफ़ की जो इस वर्ल्ड कप में 19.80 औसत से 20 विकेट लेकर, एक वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका के टॉप विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे (पिछला रिकॉर्ड : लांस क्लूजनर और मोर्ने मोर्कल 17 विकेट)। टीम के सेमीफाइनल हारने के बाद कोएट्ज़ी की आंखों में आंसू थे लेकिन सिर ऊंचा था इस उम्मीद से कि आगे और अच्छा प्रदर्शन करेंगे। इसी साल ही तो वेस्टइंडीज के विरुद्ध टेस्ट से इंटरनेशनल क्रिकेट में आए और ऐसा प्रभावित किया कि वर्ल्ड कप टीम में भी आ गए। सबसे ज्यादा तारीफ़ पाने वाली टेलेंट में से एक।
ट्रेविस हेड (ऑस्ट्रेलिया) : क्या गजब का वर्ल्ड कप डेब्यू रहा और वर्ल्ड कप जीतने से बड़ी बात और क्या होगी- 6 मैच में 329 रन 54+ औसत और 127+ स्ट्राइक रेट से जिसमें दो शतक शामिल। ट्रेविस ने सिर्फ रन नहीं बनाए- फाइनल में जब दबाव बन रहा था तो वह पारी खेली जिस पर किसी को भी गर्व हो सकता है। ध्यान दीजिए- ऑस्ट्रेलिया की लाइन अप में नियमित खिलाड़ी नहीं थे। अपने पहले वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में फाइनल में प्लेयर ऑफ़ द मैच बनना- 120 गेंद में 137 रन। ये उनका पहला वर्ल्ड कप जरूर था पर आख़िरी नहीं होगा।
दिलशान मदुशंका (श्रीलंका) : 23 साल के मदुशंका, टीम के नाकामयाब वर्ल्ड कप अभियान में 21 विकेट लेकर श्रीलंका के लिए चमकता सितारा साबित हुए। वर्ल्ड कप के टॉप गेंदबाजों में से एक- सिर्फ मोहम्मद शमी और एडम ज़म्पा ने ज्यादा विकेट लिए पर मैच भी ज्यादा खेले। एक ऐसे खिलाड़ी के लिए ये तारीफ वाला प्रदर्शन ही तो कहा जाएगा जिसे अभी तक वनडे क्रिकेट में आए एक साल भी नहीं हुआ और 10 जनवरी, 2023 को भारत के विरुद्ध ही डेब्यू किया था- भारत के सुपर बल्लेबाज विराट कोहली को एक से ज्यादा मौकों पर आउट करना वे इस छोटे से करियर की सबसे ख़ास बात मानते हैं।