भारत की सरजमीं पर होने जा रहे आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप का काउंट डाउन चल रहा है। अगले महीनें 5 तारीख से इस महाकुंभ का बिगुल बज जाएगा। इस टूर्नामेंट में 10 टीमें एक टाइटल के लिए जोर-अजमाइश करने को तैयार हैं, जिसमें पिछले 2 वर्ल्ड कप की रनरअप टीम न्यूजीलैंड भी चौंकानें को उत्सुक है। कीवी टीम को आईसीसी के इवेंट में कभी भी दावेदार नहीं माना जाता है, लेकिन डार्क हॉर्स के रूप में इस खेमे ने अपना नाम स्थापित किया है।
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम वर्ल्ड कप में केन विलियमसन की कप्तानी में जान झोंकनें को कमर कस चुकी है। 2019 में इंग्लैंड से बाउन्ड्री बॉल जैसे बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण फैसले से फाइनल जीतने में नाकाम रही ये टीम अब पहली बार वनडे वर्ल्ड कप जीतने की रेस में मानी जा रही है। तो चलिए इस आर्टिकल में करते हैं न्यूजीलैंड टीम का पूरा विश्लेषण
टीम का बॉलिंग अटैक है उनका सबसे बड़ा हथियार
आईसीसी वर्ल्ड कप के लिए न्यूजीलैंड की टीम पूरी तरह से तैयार दिख रही है। इस टीम की बल्लेबाजी में भी गहरायी है, तो गेंदबाजी भी किसी से कम नहीं है। लेकिन यहां उनके सबसे मजबूत पक्ष की बात करें तो वो उनका बॉलिंग अटैक हैं। उनके पेस आक्रमण में ट्रेंट बोल्ट, टिम साउदी, मैट हैनरी, लॉकी फर्ग्यूसन और काइल जैमीसन जैसे बड़े ही खतरनाक तेज गेंदबाज हैं, जो किसी भी टीम को धराशायी कर सकते हैं, तो वहीं इनके पास स्पिन बॉलिंग में मिचेल सेंटनर, ईश सोढ़ी और युवा रचिन रवीन्द्र हैं। ये फिरकी के फनकार भी किसी भी वक्त टीम के लिए ढाल बन सकते हैं। कुल मिलाकर ब्लैक ब्रिगेड का बॉलिंग अटैक इतना ज्यादा मजबूत है कि कहा जा सकता है कि इस बार ये टीम छुपा रूस्तम साबित हो सकती है।
बैटिंग में है अनुभव की कमी बन सकती है मुसीबत
वर्ल्ड क्रिकेट में जब पिछले कुछ साल में न्यूजीलैंड की टीम का बैटिंग ऑर्डर थोड़ा सा अनुभवहीन रहा है। कप्तान केन विलियमसन और टॉप लाथम के पास बहुत अच्छा अनुभव है, लेकिन इसके अलावा डेवॉन कॉनवे कुछ ही समय पहले इंटरनेशनल में उतरे हैं, तो साथ ही हैनरी निकोल्स, डैरिल मिचेल, ग्लेन फिलिप्स, विल यंग हो या मार्क चैपमैन ये तमाम बल्लेबाज हाल के कुछ सालों में ही टीम में खेल रहे हैं। ऐसे में इस टीम के बैटिंग यूनिट में काफी अनुभवहीनता दिख रही है, जो टूर्नामेंट में टीम के लिए बड़ा डेंट साबित हो सकता है।
इन खिलाड़ियों पर होंगी नजरें
केन विलियमसन- न्यूजीलैंड के लिए वर्ल्ड कप में कप्तान केन विलियमसन की वापसी सबसे बड़ा प्रभाव छोड़ेगा। न्यूजीलैंड क्रिकेट इतिहास में सबसे कामयाब बल्लेबाजों मे से एक केन विलियमसन वैसे मार्च महीनें से ही क्रिकेट से दूर हैं। लेकिन अपने करियर में 7 हजार रन के करीब खड़े विलियमसन ने इस साल केवल 3 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें 54.66 की औसत से 164 रन बनाए हैं।
डैरिल मिचेल- कीवी टीम में ऑलराउंडर डैरिल मिचेल इस समय तो प्रचंड फॉर्म में दिख रहे हैं। उनके बल्ले से लगातार रनों का अंबार लग रहा है। पिछले करीब 6 महीनों में डैरिल मिचेल ने खेले 7 वनडे मैचों में 81 के करीब की औसत से 489 रन बनाए हैं, जिसमें 3 शतक के साथ 1 अर्धशतक लगाया है। वो अपने करियर के 28 वनडे मैचों में 11 विकेट ले चुके हैं। गेंदबाजी से अच्छा योगदान देने की कला को जानते हैं।
ट्रेंट बोल्ट- न्यूजीलैंड के तूफानी तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट मौजूदा समय में वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे अच्छे तेज गेंदबाज हैं। बोल्ट पिछले कुछ महीनों से लगातार नेशनल टीम से खुद ही दूर हुए थे, लेकिन वापसी के बाद उन्होंने अपना जबरदस्त फॉर्म दिखाया है, जहां वो इस साल 2 वनडे मैच में ही 8 विकेट ले चुके हैं।
Verdict
न्यूजीलैंड की टीम को अक्सर ही किसी भी बड़े टूर्नामेंट में दावेदार की लिस्ट में नहीं रखा जाता, लेकिन इस टीम के पास वो हर दांव हैं, जो उन्हें चैंपियन बनाने में भूमिका अदा कर सकता है। कीवी टीम को इस वर्ल्ड कप की जीत की फेवरेट इसलिए माना जा रहा है कि ये टीम बाकी टीमों को चौंकानें का दमखम रखती है। इनके पास पेस अटैक से लेकर स्पिन अटैक शानदार है, तो विलियमसन, लाथम, कॉनवे जैसे स्टार बल्लेबाज मौजूद हैं। ऐसे में न्यूजीलैंड वर्ल्ड कप 2023 में पहली बार वर्ल्ड कप टूर्नामेंट जीत सकती है।
न्यूजीलैंड का वर्ल्ड कप शेड्यूल
तारीख | मैच | वेन्यू |
5 अक्टूबर | न्यूजीलैंड बनाम इंग्लैंड | अहमदाबाद |
9 अक्टूबर | न्यूजीलैंड बनाम नीदरलैंड | हैदराबाद |
13 अक्टूबर | न्यूजीलैंड बनाम बांग्लादेश | चेन्नई |
18 अक्टूबर | न्यूजीलैंड बनाम अफगानिस्तान | चेन्नई |
22 अक्टूबर | न्यूजीलैंड बनाम भारत | धर्मशाला |
28 अक्टूबर | न्यूजीलैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया | धर्मशाला |
1 नवंबर | न्यूजीलैंड बनाम दक्षिण अफ्रीका | पुणे |
4 नवंबर | न्यूजीलैंड बनाम पाकिस्तान | बैंगलुरू |
9 नवंबर | न्यूजीलैंड बनाम श्रीलंका | बैंगलुरू |
न्यूजीलैंड का वर्ल्ड कप के लिए फुल स्क्वॉड
केन विलियमसन (कप्तान), टॉम लाथम (विकेटकीपर/ उपकप्तान), ट्रेंट बोल्ट, टिम साउदी, मार्क चैपमैन, विल यंग, डेवॉन कॉनवे, डैरिल मिचेल, जेम्स नीशेम, ग्लेन फिलिप्स(विकेटकीपर), मैट हैनरी, लॉकी फर्ग्यूसन, रचिन रवीन्द्र, ईश सोढ़ी, मिचेल सेंटनर