फ्लॉप तो कई हुए, पर उनके खेल को देखकर बड़ी निराशा हुई, जो बड़े-बड़े वायदे और उम्मीद के साथ वर्ल्ड कप में खेलने आए। इनके नाम हैरान कर देंगे, क्योंकि इनके फ्लॉप होने से असर टीम के प्रदर्शन पर आया। मिलिए इलेवन से:
- रोहित शर्मा- कप्तान : 116 रन 106.42 स्ट्राइक रेट से
टी20 वर्ल्ड कप शुरु होने से पहले बड़ा नाम था उनका और उम्मीद थी कि टी20 वर्ल्ड कप में टॉप स्कोरर का महेला जयवर्धने का रिकॉर्ड तोड़ देंगे। आज हालत ये है कि आगे टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने पर ही सवालिया निशान लगा हुआ है। बल्लेबाजी और कप्तानी दोनों में फ्लॉप- सिर्फ एक स्कोर 50 का और वह भी निचली रैंकिंग वाली नीदरलैंड टीम के विरुद्ध। वे ओपनिंग में कुछ करते तो टीम इंडिया का रिकॉर्ड शायद बदल जाता।
- डेविड वॉर्नर : 44 रन 107.31 स्ट्राइक रेट से
एक साल पहले जो खिलाड़ी प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट था उसका टॉप स्कोर इस बार सिर्फ 25 और उस बल्लेबाज की झलक तक नहीं जो टी20 क्रिकेट में अपनी तेज बल्लेबाजी के लिए मशहूर हैं। अपनी पिचों पर 5, 11, 3 और 25 के स्कोर और इस खराब शुरुआत ने टीम के प्रदर्शन पर असर डाला। उनके रनों की कमी के कारण डिफेंडिंग चैंपियन जल्दी बाहर हो गए। इस नाकामयाबी का असर उनके टी20 करियर पर आएगा और 36 साल की उम्र देखें तो शायद आखिरी टी20 वर्ल्ड कप खेल लिया है।
- बाबर आजम : 124 रन 93.23 स्ट्राइक रेट से
124 रन और 100 का स्ट्राइक रेट भी नहीं- उस बल्लेबाज का रिकॉर्ड जो कुछ दिन पहले तक नंबर 1 था। हालांकि न्यूजीलैंड के विरुद्ध सेमीफाइनल में रिकॉर्ड पार्टनरशिप निभा दी पर फाइनल में पुरानी फार्म पर लौट आए। उनकी इस नाकामयाबी के बावजूद पाकिस्तान फाइनल खेल गया -यही बहुत बड़ी बात है। बाबर टीम और खुद के निराशाजनक प्रदर्शन के लिए तीखी आलोचना से बच नहीं पाएंगे और ये मानने वालों की कमी नहीं कि कप्तानी ने उनकी बल्लेबाजी पर असर डाला। 133 गेंद में एक 6 तक नहीं लगाया।
- टेम्बा बावुमा : 70 रन 112.90 स्ट्राइक रेट से
पूरी दुनिया हैरान है कि दक्षिण अफ्रीका ने बल्लेबाजी में इतना कमजोर खिलाड़ी- कप्तान कैसे बना दिया? टेम्बा बावुमा की कप्तानी में : पहली बार वनडे में आयरलैंड, बांग्लादेश के विरुद्ध खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज और नीदरलैंड के विरुद्ध 2021 और 2022 दोनों टी20 वर्ल्ड कप में हार। सच तो ये कि चूंकि कप्तान थे इसलिए खेले और जो बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे, वे बेंच पर बैठे रहे। पांच सुपर 12 मैचों में 70 रन कैसे सहन होंगे?
- टिम डेविड : 26 रन 144.44 स्ट्राइक रेट से
फ्रेंचाइजी क्रिकेट के सुपरस्टार जो बुरी तरह फ्लॉप रहे। देखिए- पिछले साल टाइटल जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया टीम में एकमात्र बदलाव वे थे पर 3 मैच में 15 को भी पार नहीं किया।
- लियाम लिविंगस्टोन : 55 रन 122.22 स्ट्राइक रेट से और 3 विकेट
आयरलैंड के विरुद्ध ये 3 विकेट थे पर टीम को चाहिए थे बल्लेबाजी में रन और उन जैसा हिटर न रन बना पाया और 125 का स्ट्राइक रेट तक दर्ज नहीं किया।
- दिनेश कार्तिक– विकेटकीपर : 14 रन 63.63 स्ट्राइक रेट से
इस टी20 वर्ल्ड कप की सबसे बड़ी फ्लॉप स्टोरी में से एक- भारत का टी20 में फिनिशर बनाने का प्रयोग बुरी तरह ख़राब रहा। एक बैटिंग नंबर ही पंत और कार्तिक की आपसी तुलना में बेकार चला गया और इसकी टीम इंडिया की नाकामयाबी में बड़ी ख़ास भूमिका रही। ऐसा लगता है पाकिस्तान के विरुद्ध करीबी मैच की आख़िरी मिनटों से आउट होने से उन पर ऐसा प्रेशर बना जिससे वे निकल ही नहीं पाए। तीन पारियों में 1, 6 और 7 का स्कोर था।
- मोहम्मद नबी : 1 विकेट 7.66 इकॉनमी रेट से, 17 रन 113.33 स्ट्राइक रेट से
इतना मनोबल गिरा इस खराब रिकॉर्ड से कि टी20 वर्ल्ड कप से टीम के बाहर होते ही कप्तानी से इस्तीफा दे दिया और मैनेजमेंट से पंगा भी ले लिया। सिर्फ 13 टॉप स्कोर और एक विकेट। अफगानिस्तान की उम्मीदों पर बाकी बरसात ने असर डाल दिया। अफगानिस्तान टीम को उन पर बहुत भरोसा था।
- ओडिन स्मिथ : 2 विकेट 9.44 इकॉनमी रेट से, 25 रन 113.63 स्ट्राइक रेट से
एक पावरफुल हिटर, स्मिथ बुरी तरह फ्लॉप रहे और टूर्नामेंट में वेस्टइंडीज के खराब खेल के लिए जिम्मेदार में से एक। गेंदबाज के तौर पर भी रिकॉर्ड घटिया रहा। उनके करियर पर इससे असर आएगा।
- पैट कमिंस : 3 विकेट 8.25 इकॉनमी रेट से
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज अपनी पिचों पर फ्लॉप हुए। टी20 के टॉप गेंदबाज हो कर भी कमिंस महंगे रहे और अपने पहले दो मैचों में 46 और 36 रन दिए। हाल ही में वनडे कप्तान बने पर यहां ऑस्ट्रेलिया के अगले राउंड में न पहुंचने की सबसे बड़ी वजह में से एक रहे, चार पारियों में उनके तीन विकेट 8.25 की इकॉनमी से और स्ट्राइक रेट 44 जितना ऊंचा।
- कगिसो रबाडा : 2 विकेट 9.43 इकॉनमी रेट से
उनकी टीम के किसी और गेंदबाज ने एक ओवर में 9 से ज्यादा रन नहीं दिए। एक टॉप गेंदबाज पर हालत ये कि पूरे 4 ओवर भी नहीं दिए गए उन्हें। नीदरलैंड के विरुद्ध 12.33 प्रति ओवर देकर महंगे तो रहे ही, अपनी टीम के टूर्नामेंट से बाहर होने की एक वजह भी बन गए।
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Q. इस बार का टी20 विश्व कप कहां खेला गया है?
A. ऑस्ट्रेलिया