T20 world cup

टी20 विश्व कप के सांतवे सीजन की शुरुआत हो चुकी है. पांच साल के लंबे अंतराल के बाद आखिरकार क्रिकेट के इस महाकुंभ का पहला क्वालीफ़ायर मुक़ाबला कल 17 अक्टूबर को खेला गया. टी20 विश्व में इस बार 16 टीमें हिस्सा ले रही हैं. पहला दौर क्वालीफाइंग राउंड है. मेन इवेंट की शुरुआत 23 अक्टूबर से होगी. क्रिकेट के इस फॉर्मेट में किसी भी टीम को हल्के में लेने की भूल नहीं करनी चाहिए. चलिए जानने की कोशिश करते हैं कि वह कौनसी 4 टीमें हैं जो इस विश्व कप में छुपा-रुस्तम साबित हो सकती हैं.

पाकिस्तान

वर्तमान में पाकिस्तान की टीम आईसीसी टी20 रैंकिंग में तीसरे पायदान पर मौजूद है. पिछले कुछ साल पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए काफी उतार चढ़ाव वाले रहे हैं. 2017 चैंपियंस ट्राफी जीत के बाद से पाकिस्तानी टीम का प्रदर्शन निरंतर गिरता आया है. टीम में बड़े बदलाव किए गए, जिनका टीम के प्रदर्शन पर कुछ ख़ास असर नहीं पड़ा. हालांकि, इस वजह से टी20 विश्व कप में पाकिस्तान की उपस्थिति को खारिज़ नहीं किया जा सकता है. बाबर आज़म की अगुआई में इस विश्व कप में एंट्री करने वाली पाकिस्तान टीम के पास ऐसे खिलाड़ी मौजूद हैं, जो मैच का रुख किसी भी समय मोड़ने का दम रखते हैं. बाबर आज़म दुनिया के दिग्गज़ बल्लेबाजों की लिस्ट में शामिल हो चुके हैं और वह अकेले ही मैच को जिताने का माद्दा रखते हैं. मोहम्मद रिज़वान के रूप में पाकिस्तान के पास बड़े शॉट्स लगाने वाला एक बेहतरीन बल्लेबाज़ मौजूद हैं. पाकिस्तान के गेंदबाज़ी आक्रमण का नेतृत्व युवा शाहीन शाह अफरीदी करेंगे, जो 30 टी20 आई मैचों में 32 विकेट चटका चुके हैं. वहीं, हाल ही में शोएब मलिक और सरफराज़ अहमद का टीम में चयन होना पाकिस्तान के लिए निर्णायक साबित हो सकता है. आतंकवाद के चलते पाकिस्तानी टीम ने ज्यादातर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट यूएई में खेला है और वह यहां की पिचों से भलीभांति वाकिफ भी हैं, जिसका उन्हें इस टी20 विश्व कप में लाभ मिलेगा और वह एक बड़ा उलटफेर करने में सफल हो सकते हैं.

ऑस्ट्रेलिया

ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम ने इस टी20 कप से पहले वेस्टइंडीज और बांग्लादेश का दौरा किया था, जहां उन्हें टी20 सीरीज़ में 4-1 से शिकस्त झेलनी पड़ी. हालांकि, इन दौरों पर ऑस्ट्रेलिया की टीम अपने कई बड़े खिलाड़ियों के बिना मैदान पर उतरी थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया से आप ऐसे प्रदर्शन की उम्मीद नहीं करते. ऑस्ट्रेलिया के इस प्रदर्शन के बाद भी आप इस टीम को हल्के में नहीं ले सकते. टीम के स्टार खिलाड़ी जल्द ही अपनी फॉर्म में वापस आ जाएंगे. टीम के स्टार आल-राउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने हाल ही में संपन्न हुए आईपीएल में शानदार क्रिकेट खेली है. इस मेगा इवेंट में कप्तानएरोन फिंच और सलामी बल्लेबाज़ डेविड वार्नर के फॉर्म में वापस आने की संभावनाएं हैं. टीम के स्पिन विभाग की ज़िम्मेदारी ऐश्टन अगर और एडम जैम्पा के कंधो पर होगी. दोनों ही स्पिनर यूएई की पिचों के बर्ताव का फायदा उठाने में पीछे नहीं हटेंगे.

दक्षिण अफ्रीका

पिछले कुछ समय से दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेट में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है. पाकिस्तान की तरह अब दक्षिण अफ्रीका भी वह टीम नहीं रही जो कुछ साल पहले तक मानी जाती थी. टीम के पास क्विंटन डी कॉक और एडेन मारक्रम जैसे बल्लेबाज़ हैं, जो अच्छी फॉर्म में नज़र आ रहे हैं. दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाज़ी उन्हें इस टी20 विश्व कप में फिर से जीवित करने का काम कर सकती है. टीम के तेज़ गेंदबाज़ एनरिक नोर्के और कागिसों रबाड़ा फॉर्मेट के शानदार गेंदबाज़ हैं, दोनों ही गेंदबाज़ों ने आईपीएल 2021 में अच्छा प्रदर्शन भी किया है. वहीं केशव महाराज और तबरेज़ शम्सी के रूप में टीम के पास विश्वस्तरीय स्पिनर भी मौजूद हैं, जो किसी भी बल्लेबाज़ के लिए युएई की पिचों पर मुश्किल खड़ी कर सकते हैं.

अफगानिस्तान

टी20 विश्व कप में अफगानिस्तान की टीम को ग्रुप 2 में रखा गया है, जहां उसका मुक़ाबला भारत, न्यूजीलैंड और पाकिस्तान जैसी बड़ी टीमों से होगा. अफगानिस्तान की टीम इस विश्व कप की सबसे बड़ी छुपी रुस्तम साबित हो सकती है. यह टीम श्रीलंका और बांग्लादेश को पीछे छोड़ पहले ही सुपर 12 में जगह बना चुकी है. 2019 विश्व कप के दौरान यह टीम पाकिस्तान और भारत के खिलाफ मैचों में शानदार प्रदर्शन कर चुकी है, हालांकि आखिरी ओवरों में आकर टीम अपना प्रदर्शन बरकरार नहीं रख पाई और हार गई. बता दें कि 2018 से यह टीम एक भी टी20 अंतर्राष्ट्रीय सीरीज़ नहीं हारी है. बोर्ड के साथ मतभेद होने के बावजूद यह टीम निरंतर बेहतर प्रदर्शन करती रही है. रहमनुल्लाह गुरबाज़ और करीम जन्नत टॉप ऑर्डर में टीम के लिए बल्लेबाज़ी करेंगे, वहीं टीम के मध्यमक्रम का भार उस्मान गनी, हसमतुल्लाह शहीदी और मोहम्मद नबी संभालेंगे. टी20 फोर्मेट के स्पेशलिस्ट राशिद खान और मुजीब उर रहमान टीम के गेंदबाज़ी आक्रमण की बागड़ोर संभालेंगे. विश्व कप के यूएई में स्थांतरित होने की फैसले से भी अफगानिस्तान की टीम को बड़ा फायदा पहुंचा है, क्योंकि, इस टीम ने अपने ज्यादातर क्रिकेट मैच यूएई में हीं खेले हैं. ऐसे में इस टीम को कोई विपक्षी टीम हल्के में नहीं लेना चाहेगी.

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